रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulary System) का भाग 4:-

Bright Future वेबसाइट पर BIOLOGY SERIES की आज की हमारी पोस्ट श्वेत रक्त कणिकाए (W.B.C - White Blood Corpuscles या Leucocytes) के बारे में होगी। यह रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulary System) का भाग 4 है। पोस्ट को पढ़कर कमेंट में अपनी राय जरूर दें। तो आइए शुरू करते हैं आज का टॉपिक --

B.श्वेत रक्त कणिकाए (W.B.C - White Blood Corpuscles या Leucocytes):-

B.श्वेत रक्त कणिकाए (W.B.C - White Blood Corpuscles या Leucocytes):-
  • W.B.C का जन्म श्वेत अस्थि मज्जा (white bone marrow), लिम्फनोड (Limfnod) तथा कभी-कभी इसका जन्म यकृत या प्लीहा मे भी होता है।
  • W.B.C को ल्यूकोसाइट (Leucocytes) भी कहते हैं।
  • W.B.C का कोई रंग नहीं होता अतः यह रंगीन होती है।
  • W.B.C का आकार अनिश्चित (अमीबा के समान) होता है। इसमें केंद्रक भी पाया जाता है।
श्वेत-रुधिर-कणिका
  • W.B.C का जीवनकाल 10 से 13 दिन होता है।
  • नोट:- W.B.C हमारे शरीर में सैनिक का कार्य करता है। चूंकि यह शरीर में आने वाले सभी रोगाणुओं से लड़कर उन्हें नष्ट करता है, इसी दौरान कुछ रोगाणुओं के साथ लड़ते हुए W.B.C भी मर (शहीद)  हो जाते हैं, इसी कारण W.B.C का जीवनकाल कोई निश्चित नहीं होता तथा इसलिए कुछ किताबों में इसका जीवनकाल बहुत कम भी बताते हैं।
  • मानव रक्त में W.B.C की मात्रा 6000 से 8000 घन मिलीमीटर होती है।
  • W.B.C की मृत्यु रक्त में ही किसी भी स्थान पर हो सकती है।
  • W.B.C का मुख्य कार्य शरीर मैं प्रतिरोधी क्षमता को बनाना है अर्थात रोगाणुओं से लड़कर उन्हें नष्ट करता है।
  • W.B.C की संख्या बढ़ने से ल्यूकिमिया (ब्लड कैंसर) होता है।

W.B.C मानव शरीर में 5 प्रकार के होते हैं:-

  • इयोस्नोफिल्स (Eosinophils)
  • बेसोफिल्स (Basophils)
  • न्यूट्रोफिल्स (Neutrophils)
  • मोनोसाइट (Monocytes)
  • लिम्फोसाइट (Lymphocytes)
[नोट:- इयोस्नोफिल्स (Eosinophils), बेसोफिल्स (Basophils) तथा न्यूट्रोफिल्स (Neutrophils) कणिकामय (Granulocytic) होती हैं जबकि मोनोसाइट (Monocytes) एवं लिम्फोसाइट (Lymphocytes) अकणिकामय (Agranulocytes) होती है।]

W.B.C के कार्य:-

न्यूट्रोफिल्स (Neutrophils) और मोनोसाइट (Monocytes):-
इन्हें Phagocytic cell (फैगोसाइटिक कोशिका) भी कहा जाता है तथा यह बैक्टीरिया का भक्षण करती है।
न्यूट्रोफिल्स (Neutrophils) और मोनोसाइट (Monocytes) बैक्टीरिया के आने पर सोडोपोडिया बनाती है तथा उसके अंदर बैक्टीरिया को फंसा कर उसका भक्षण करती है।
न्यूट्रोफिल्स कणिकाएं W.B.C में सर्वाधिक 60 से 70% तक पाई जाती है।

बेसोफिल्स (Basophils):-
इनकी मात्रा W.B.C में सबसे कम 0.5 से 1% तक पाई जाती है।
बेसोफिल्स (Basophils) दो प्रकार के पदार्थों का स्त्राव करते हैं:-
  • हिस्टेमीन (Histamine):- यह Immunity power (प्रतिरोधी क्षमता) को बढ़ाता है।
  • हिपेरिन (Heparin):- शरीर के अंदर रक्त को जमने से रोकता है। इसके साथ ही बफर विलियन का कार्य करता है अर्थात रक्त का पीएच मान संतुलित रखता है। इसके साथ ही 
बेसोफिल्स (Basophils) के द्वारा ही Inflammatory reaction को दिखाया जाता है।
नोट:- Inflammatory reaction क्या है?
त्वचा का लाल होना + सूजन + उष्मा का निकलना + जलन + कोशिका का मरना या घायल होना Inflammatory reaction दर्शाता है। 
उदाहरण:- शरीर में खरोच आने पर या किसी को बहुत तेज थप्पड़ मारने पर उसी हिस्से में Inflammatory reaction होती है।

इयोस्नोफिल्स (Eosinophils):- 
यह एलर्जी की क्रिया के द्वारा संक्रमण को रोकता है।

लिम्फोसाइट (Lymphocytes):-
यह प्रतिरोधी अभिक्रियाओं  को दिखाता है अर्थात रोगाणुओं का प्रतिरोध सबसे तेज गति से करता है।
लिम्फोसाइट (Lymphocytes) सबसे छोटा W.B.C है।

लिम्फोसाइट (Lymphocytes) दो प्रकार की होती हैं:-
  • B-लिम्फोसाइट (B-Lymphocytes)
  • T-लिम्फोसाइट (T-Lymphocytes)
T-लिम्फोसाइट (T-Lymphocytes):- 
T-लिम्फोसाइट सबसे Active लिम्फोसाइट होता है तथा सबसे तेज गति से रोगाणुओं का विरोध करता है। यह W.B.C में सबसे शक्तिशाली सैनिक होता है।
[नोट:- HIV वायरस इतना शक्तिशाली होता है कि यह W.B.C मैं स्थित सबसे Active सैनिक T-लिम्फोसाइट को ही नष्ट कर देता है जिस कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता ध्वस्त हो जाती है।]

Bright Future वेबसाइट पर BIOLOGY SERIES की आज की हमारी पोस्ट श्वेत रक्त कणिकाए (W.B.C - White Blood Corpuscles या Leucocytes) के बारे में थी। यह रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulary System) का भाग 4 है। पोस्ट को पढ़कर कमेंट में अपनी राय जरूर दें।

यह भी देखे-

रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulary System) का भाग :- 1-

रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulary System) का भाग :- 2-

रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulary System) का भाग :- 3-