रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulary System) का भाग :- 3

Bright Future वेबसाइट पर RAILWAY SPECIAL BIOLOGY SERIES की आज की हमारी पोस्ट रुधिराणु (Blood Corpuscles) के बारे में होगी। यह रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulary System) का भाग 3 है। पोस्ट को पढ़कर कमेंट में अपनी राय जरूर दें। तो आइए शुरू करते हैं आज का टॉपिक --

2.रुधिराणु (Blood Corpuscles)

रुधिराणु (Blood Corpuscles) के 3 भाग होते हैं:-
  • A.लाल रुधिर कणिकाए (R.B.C - Red Blood Corpuscles या Erythrocytes)
  • B.श्वेत रक्त कणिकाए (W.B.C - White Blood Corpuscles या Leucocytes)
  • C.प्लेटलेट्स (Platelets या Thrombocytes)

लाल रुधिर कणिकाए (R.B.C - Red Blood Corpuscles या Erythrocytes) क्या है?

A.लाल रुधिर कणिकाए (R.B.C - Red Blood Corpuscles या Erythrocytes):-

  • लाल रुधिर कणिकाए (R.B.C- Red Blood Corpuscles) को Erythrocytes एरिथ्रोसाइट्स भी कहते हैं।
  • स्तनधारियों का R.B.C उभ्यावतल होती है।
  • स्तनधारियों के R.B.C मैं केंद्रक नहीं पाया जाता है।
  • (अपवाद:- ऊठ तथा लामा ऐसे स्तनधारी है जिनके R.B.C में केंद्रक पाया जाता है।)

Red-Blood-Corpuscles

  • R.B.C का निर्माण अस्थि मज्जा (Bone Marrow) मैं होता है।
  • R.B.C के निर्माण में सहायक- प्रोटीन, विटामिन-B12, आयरन तथा फोलिक एसिड होते हैं।
  • (नोट:- भ्रूण अवस्था में R.B.C का निर्माण यकृत या प्लीहा में होता है।)
  • R.B.C का जीवनकाल 100 से 120 दिन होता है।
  • R.B.C की मृत्यु यकृत या प्लीहा में होती है। इसी कारण R.B.C का कब्रगाह यकृत या प्लीहा को कहते हैं।
  • R.B.C की मात्रा रक्त मे 5 से 5.5 मिलियन/घन मिमी. जबकि महिलाओं में 4 से 4.5 मिलियन/घन मिमी. होती है।
  • R.B.C मैं हिमोग्लोबिन पाया जाता है।

हिमोग्लोबिन क्या है?

हिमोग्लोबिन:-

  • R.B.C मैं हिमोग्लोबिन पाया जाता है, जिसमें हिम एक रंजक पदार्थ है जबकि ग्लोबिन एक लौह युक्त प्रोटीन है जो ऑक्सीजन (O2) तथा कार्बन डाइऑक्साइड (Co2) से संयोग करने की क्षमता रखता है।
  • हिमोग्लोबिन में पाए जाने वाले लौह यौगिक हिमेटिन होता है।
  • हीमोग्लोबिन रक्त में 12 से 16 ग्राम/100 मिलीलीटर की मात्रा में पाया जाता हैं।
  • हिमोग्लोबिन ऑक्सीजन से क्रिया करके ऑक्सी हिमोग्लोबिन बनाता है। ऑक्सिहीमोग्लोबिन ऑक्सीजन को कोशिकाओं तक पहुंचाता है तथा वहां से कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण करके कार्बोक्सी हिमोग्लोबिन में बदल जाता है।
  • हीमोग्लोबिन की कमी से होने वाला रोग रक्ताल्पता अर्थात एनीमिया या रक्तक्षीणता है।
  • नोट:- थैलेसीमिया एक ऐसा रोग है जिसमें R.B.C नहीं बनते हैं।

R.B.C के क्या कार्य है?

R.B.C के कार्य:-

  • R.B.C शरीर की सभी कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाती है तथा वहां से कार्बन डाई ऑक्साइड निकालने का कार्य करती है। चूंकि R.B.C में पाया जाने वाला हिमोग्लोबिन के ग्लोबिन में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड से संयोग करने की क्षमता होती है इसी कारण R.B.C श्वसन का कार्य करता है।
  • R.B.C की संख्या को हीमोसाइटोमीटर द्वारा मापा जाता है।
  • सोते समय R.B.C की संख्या में 5% तक की कमी आ जाती है जबकि 4200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित किसी मनुष्य में R.B.C की संख्या 30% तक बढ़ जाती है।
Bright Future वेबसाइट पर RAILWAY SPECIAL BIOLOGY SERIES की आज की हमारी पोस्ट रुधिराणु (Blood Corpuscles) के बारे में थी। यह रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulary System) का भाग 3 है। पोस्ट को पढ़कर कमेंट में अपनी राय जरूर दें।

यह भी देखे-

रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulary System) का भाग :- 1-

रक्त परिसंचरण तंत्र (Blood Circulary System) का भाग :- 2-


Posted by co-founder & managing director:- Rahul Vishvkarma